Deepika Padukone और Ranveer Singh के घर आई नन्ही परी, फैंस में खुशी की लहर बॉलीवुड के पावर कपल Deepika Padukone और Ranveer Singh ने अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत की है। 2024 की शुरुआत में, दोनों ने यह खुशखबरी साझा की थी कि वे सितंबर में अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहे हैं। अब रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीपिका और रणवीर को एक बेटी का आशीर्वाद मिला है। इस खबर के बाद फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, और सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लग गया है। Ganesh Chaturthi के बीच घर आई ‘लक्ष्मी’ यह शुभ समाचार Ganesh Chaturthi 2024 के उत्सव के दौरान आया है, जिसने इस खुशी को और भी खास बना दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दीपिका और रणवीर एक सुंदर बेटी के माता-पिता बने हैं। हालांकि, इस खबर की आधिकारिक पुष्टि कपल की तरफ से अभी बाकी है, लेकिन इंटरनेट पर यह खबर फैलते ही फैंस ने सोशल मीडिया पर अपनी बधाई और खुशी जाहिर करनी शुरू कर दी है। एक फैन ने ट्विटर पर लिखा, “Deepika Padukone और Ranveer Singh को बेटी के जन्म की ढेरों बधाई! भगवान बच्ची को स्वस्थ रखें।” वहीं, दूसरे फैन ने कहा, “Ganesh Chaturthi के इस पावन मौके पर घर की लक्ष्मी का आगमन हुआ है। नवजात बच्ची का स्वागत है! रणवीर और दीपिका को ढेर सारी बधाई।” सोशल मीडिया पर फैंस का उत्साह फैंस सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर करने से पीछे नहीं रहे। एक यूजर ने पोस्ट किया, “स्वागत है नन्ही राजकुमारी का। हमें मिली हमारी छोटी दीपिका।” एक और फैन ने कहा, “रणवीर को नन्ही परी को गोद में लेने का इंतजार नहीं हो रहा।” पहले भी दीपिका और रणवीर ने अपने फॉलोवर्स को एक खास मेटरनिटी फोटोशूट से सरप्राइज दिया था। तस्वीरों में कपल की खुशी साफ नजर आ रही थी, और दीपिका ने अपने स्टाइलिश अंदाज में बेबी बंप को फ्लॉन्ट किया था। उन्होंने इस पोस्ट को ‘evil eye amulet’, दिल, और ‘infinity’ इमोजी के साथ कैप्शन किया था। मंदिर में दर्शन के दौरान दिखे साथ Ganesh Chaturthi के एक दिन पहले, रणवीर और दीपिका ने मुंबई के Siddhivinayak Temple में भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर दोनों ने पारंपरिक पोशाकें पहनीं और उनके परिवार के सदस्य भी साथ थे। भीड़ के बीच रणवीर अपनी पत्नी दीपिका का पूरा ख्याल रखते नजर आए, जो इस समय गर्भवती थीं। करियर की बात करें तो… जहां तक वर्क फ्रंट की बात है, रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की अगली फिल्म Singham Again जल्द ही रिलीज़ होने वाली है। Rohit Shetty द्वारा निर्देशित यह फिल्म, उनके मशहूर Cop Universe का हिस्सा है, और इसे Diwali के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जाएगा। इस फिल्म में Ajay Devgn, Kareena Kapoor Khan, Tiger Shroff, Jackie Shroff, Arjun Kapoor, और Akshay Kumar भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे। फैंस को है बेसब्री से इंतजार फैंस अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि दीपिका और रणवीर अपनी बेटी की पहली झलक कब साझा करेंगे। सोशल मीडिया पर लोग अंदाजा लगा रहे हैं कि यह नन्ही परी किस पर ज्यादा जाएगी – दीपिका की तरह स्टाइलिश और ग्रेसफुल होगी या फिर रणवीर की तरह एनर्जेटिक और चुलबुली। इस बीच, इस खबर से दोनों के परिवार में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। दीपिका और रणवीर दोनों ही अपने-अपने परिवारों के बहुत करीब माने जाते हैं, और उनके माता-पिता बनने से उनके परिवारों की खुशी दोगुनी हो गई है। माता-पिता बनने का अनुभव रणवीर और दीपिका ने पहले भी कई बार माता-पिता बनने की चाहत जाहिर की थी। दीपिका ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें बच्चों से बेहद लगाव है, और वो अपने जीवन में इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं। वहीं रणवीर ने भी कई मौकों पर यह बात कही थी कि वह एक दिन बहुत अच्छे पिता बनेंगे। अब जब यह दिन आ चुका है, तो फैंस के साथ-साथ उनके करीबी भी इस जोड़ी के लिए बेहद खुश हैं। क्या हो सकती है अगली खबर? फिलहाल, फैंस और मीडिया को रणवीर और दीपिका की ओर से आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है। इसके अलावा, यह देखना भी दिलचस्प होगा कि दोनों अपने पैरेंटहुड जर्नी को सोशल मीडिया पर किस तरह साझा करते हैं। कई सितारे अपने बच्चों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हैं, जिससे उनके फैंस को भी खुशी मिलती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि दीपिका और रणवीर अपनी बेटी को किस तरह से दुनिया के सामने लाते हैं।
Trump की चेतावनी: De-Dollarisation की मुहिम से अमेरिका को ‘जंग हारने’ जैसी स्थिति का सामना
Trump ने De-Dollarisation पर उठाए गंभीर सवाल: क्या डॉलर की शक्ति खत्म हो रही है? पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने हाल ही में De-Dollarisation को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर दुनिया डॉलर को रिजर्व करेंसी के रूप में छोड़ देती है, तो इसका प्रभाव ऐसा होगा जैसे अमेरिका एक जंग हार गया हो। उन्होंने इस संभावित आर्थिक खतरे को अमेरिका के लिए अत्यंत घातक बताया और कहा कि इससे अमेरिका की वैश्विक आर्थिक शक्ति को गहरा धक्का लग सकता है। De-Dollarisation क्या है? De-Dollarisation वह प्रक्रिया है, जिसमें दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएँ अमेरिकी डॉलर का उपयोग छोड़कर अन्य करेंसीज़ या मुद्रा ब्लॉकों को अपनाती हैं। अभी तक, अमेरिकी डॉलर दुनिया की अधिकांश आर्थिक गतिविधियों का आधार रहा है। यह दुनिया भर में लेन-देन, व्यापार, और रिजर्व फंड के रूप में उपयोग किया जाता है। परंतु, हाल के वर्षों में, कई देशों ने डॉलर की जगह अन्य मुद्राओं का इस्तेमाल करने पर विचार करना शुरू कर दिया है। BRICS देशों का रोल BRICS (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के देशों ने इस मुहिम को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। इन देशों ने कई मौकों पर डॉलर के बजाय अपने व्यापार में स्थानीय मुद्राओं का उपयोग शुरू कर दिया है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य है अपने देशों की अर्थव्यवस्था को अमेरिकी नियंत्रण से स्वतंत्र करना। Trump का मानना है कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो अमेरिका की आर्थिक शक्ति कमजोर हो सकती है, खासकर तब जब चीन, रूस और ईरान जैसे देश भी इसमें शामिल हों। De-Dollarisation के संभावित नतीजे Trump का कहना है कि अगर दुनिया ने अमेरिकी डॉलर को रिजर्व करेंसी के रूप में त्याग दिया, तो इसका असर सिर्फ अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नहीं बल्कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर भी पड़ेगा। आइए जानते हैं, इसके संभावित नतीजे: क्या BRICS अमेरिकी डॉलर की जगह ले सकता है? BRICS देशों द्वारा डॉलर की जगह अन्य मुद्राओं को अपनाने की कोशिश को अब तक पूरी तरह से सफल नहीं कहा जा सकता। हालांकि, चीन और रूस जैसे देशों ने डॉलर की जगह युआन और रुबल का उपयोग बढ़ाने की कोशिश की है, लेकिन वैश्विक बाजार में डॉलर की पकड़ अभी भी मजबूत है। परंतु, अगर BRICS राष्ट्र लगातार अपने व्यापारिक लेन-देन में डॉलर को हटाते रहते हैं, तो आने वाले समय में यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है। अमेरिका का जवाब De-Dollarisation की मुहिम को रोकने के लिए अमेरिका को अपनी आर्थिक नीतियों को फिर से मजबूत करना होगा। अमेरिकी सरकार को ऐसी नीतियाँ बनानी होंगी जो दुनिया के देशों को डॉलर के उपयोग में बने रहने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके अलावा, अमेरिका को अपने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करना होगा, ताकि अन्य देश डॉलर को छोड़ने से पहले कई बार सोचें। Big Tech और डेटा की भूमिका एक और बड़ी चिंता Big Tech कंपनियों के डेटा उपयोग की भी है। ये कंपनियाँ अमेरिका की आर्थिक शक्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। Google, Meta, Microsoft, और Amazon जैसी कंपनियाँ ग्लोबल स्तर पर प्रभावशाली हैं, और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी का असर इन कंपनियों पर भी पड़ सकता है। निष्कर्ष: क्या अमेरिका को सचमुच खतरा है? Trump के मुताबिक, De-Dollarisation की दिशा में बढ़ते कदम अमेरिका के लिए एक गंभीर खतरा बन सकते हैं। अगर दुनिया अमेरिकी डॉलर को छोड़ने का निर्णय लेती है, तो यह अमेरिका के लिए “जंग हारने” जैसा होगा। हालांकि, फिलहाल अमेरिकी डॉलर की स्थिति मजबूत है, लेकिन भविष्य में इसे बचाए रखने के लिए अमेरिका को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। De-Dollarisation का असर न सिर्फ अमेरिका पर पड़ेगा, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था इससे प्रभावित होगी। ऐसे में अमेरिका और अन्य देशों को एक संतुलित आर्थिक नीति की ओर बढ़ने की ज़रूरत है।
iQOO Z9s Pro Review: Premium Design, Solid Camera और शानदार बैटरी लाइफ Rs 30,000 के अंदर
iQOO Z9s Pro Review: प्रीमियम लुक्स, दमदार कैमरा और बैटरी लाइफ के साथ iQOO ने मिड-रेंज सेगमेंट में एक नया स्मार्टफोन लॉन्च किया है, जिसका नाम है iQOO Z9s Pro। यह फोन अपने प्रीमियम लुक्स, बड़ी बैटरी, हाई-क्वालिटी डिस्प्ले और शानदार कैमरा सेटअप के लिए जाना जा रहा है। इस फोन की कीमत Rs 24,999 रखी गई है और यह Rs 30,000 से नीचे एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। लेकिन क्या यह फोन मिड-रेंज सेगमेंट में अन्य फोनों को टक्कर दे पाएगा? आइए जानें इसकी पूरी समीक्षा। डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी: प्रीमियम लुक और सॉलिड ड्यूरिबिलिटी iQOO Z9s Pro का डिजाइन काफी आकर्षक है। यह फोन दो अलग-अलग फिनिश में आता है: ऑरेंज वैरिएंट में आपको एक वेगन लेदर फिनिश मिलेगी, जो न केवल आकर्षक लगती है बल्कि पकड़ में भी आरामदायक होती है। वहीं, लक्स मार्बल व्हाइट ऑप्शन एक ग्लास जैसी फिनिश देता है, जो इसे बेहद प्रीमियम और स्लिक लुक देता है। फोन का डिजाइन iQOO 12 सीरीज से प्रेरित है, जो एक फ्लैगशिप डिवाइस के डिजाइन एलिमेंट्स को मिड-रेंज फोन में लाने का बेहतरीन प्रयास है। 5500mAh की बड़ी बैटरी के बावजूद यह फोन हल्का और पतला है, जो इसे इस्तेमाल में काफी आरामदायक बनाता है। इसके अलावा, IP64 रेटिंग के साथ फोन में डस्ट और स्प्लैश रेसिस्टेंस भी है, जो इसे और ज्यादा टिकाऊ बनाता है। डिस्प्ले क्वालिटी: बेहतरीन कलर्स और HDR सपोर्ट iQOO Z9s Pro की 6.77-इंच फुल HD+ AMOLED डिस्प्ले इसका एक खास फीचर है। कर्व्ड डिस्प्ले न सिर्फ फोन के लुक को बेहतर बनाता है, बल्कि व्यूइंग एक्सपीरियंस को भी एक नया आयाम देता है। HDR10+ सपोर्ट और 100% P3 कलर गामट की वजह से डिस्प्ले पर रंग बेहद जीवंत और ब्राइट दिखाई देते हैं। डिस्प्ले की 120Hz रिफ्रेश रेट से स्क्रॉलिंग और इंटरैक्शंस और भी स्मूथ हो जाती हैं। यह रिफ्रेश रेट कुछ ऐप्स में 90Hz तक गिर जाती है, जिससे बैटरी भी बेहतर चलती है। साथ ही, 4500nits की पीक ब्राइटनेस की वजह से डिस्प्ले धूप में भी आसानी से देखा जा सकता है। परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ: भरोसेमंद प्रोसेसिंग और लंबी बैटरी लाइफ iQOO Z9s Pro में Qualcomm Snapdragon 7 Gen 3 प्रोसेसर दिया गया है, जो परफॉर्मेंस और एफिशिएंसी के बीच बेहतरीन संतुलन बनाता है। 8GB तक RAM के साथ, यह फोन मल्टीटास्किंग में शानदार है। चाहे आप कई ऐप्स एक साथ चला रहे हों या गेम खेल रहे हों, फोन बिना किसी लैग के स्मूद काम करता है। बैटरी लाइफ की बात करें, तो यह फोन 5500mAh बैटरी के साथ आता है, जो पूरे दिन का बैकअप देती है। मैंने इस फोन को लगातार कैमरा इस्तेमाल और इंटरनेट ब्राउजिंग के दौरान भी एक बार चार्ज करने पर पूरे दिन इस्तेमाल किया। 80W फास्ट चार्जर की वजह से फोन को 0 से 100% तक चार्ज होने में केवल 26 मिनट लगते हैं, जो इस प्राइस सेगमेंट में बहुत अच्छा है। कैमरा परफॉर्मेंस: डेलाइट से लेकर लो-लाइट में दमदार iQOO Z9s Pro में 64MP का मेन कैमरा दिया गया है, जो डेलाइट में शानदार फोटो क्लिक करता है। तस्वीरों में डायनामिक रेंज और एक्सपोजर बेहतरीन है। रंग प्राकृतिक दिखते हैं और ओवरसैचुरेशन नहीं होता। पोर्ट्रेट मोड भी काफी अच्छा है, जहां एज डिटेक्शन और बैकग्राउंड ब्लर काफी स्मूद और नैचुरल लगता है। लो-लाइट फोटोग्राफी भी अच्छी है, हालांकि थोड़ी बहुत नॉइज़ देखी जा सकती है। फिर भी, इस प्राइस सेगमेंट में कैमरा परफॉर्मेंस प्रभावित करता है। सॉफ्टवेयर और UI: कुछ बग्स और ब्लॉटवेयर iQOO Z9s Pro में Android 14 पर आधारित FunTouch OS दिया गया है, जो UI को काफी स्मूद और इंटरैक्टिव बनाता है। हालांकि, इसमें ब्लॉटवेयर की समस्या है, जहां कई प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स मिलते हैं। कुछ ऐप्स को हटाया जा सकता है, लेकिन कुछ ऐप्स डिवाइस में हमेशा के लिए रहते हैं, जो थोड़ा निराशाजनक है। गेमिंग परफॉर्मेंस: कूलिंग सिस्टम और स्टेबल फ्रेम रेट्स गेमिंग के लिहाज से, Genshin Impact और Call of Duty Mobile जैसे गेम्स भी इस फोन में आसानी से चल जाते हैं। फोन ज्यादा गरम नहीं होता और कूलिंग सिस्टम अच्छा काम करता है। निष्कर्ष: क्या आपको iQOO Z9s Pro खरीदना चाहिए? अगर आप Rs 30,000 के अंदर एक ऐसा फोन चाहते हैं, जो प्रीमियम डिजाइन, दमदार कैमरा, बेहतरीन डिस्प्ले और लंबी बैटरी लाइफ प्रदान करता हो, तो iQOO Z9s Pro एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें कुछ खामियां हैं, जैसे ब्लॉटवेयर और हाप्टिक फीडबैक, लेकिन कुल मिलाकर यह एक शानदार पैकेज है।
iPhone 16 और iPhone 16 Pro की कीमतें लॉन्च से पहले लीक
iPhone 16 और iPhone 16 Pro की कीमतें लॉन्च से पहले लीक, जानिए पूरी जानकारी Apple अपने बहुप्रतीक्षित iPhone 16 सीरीज को 9 सितंबर को लॉन्च करने वाला है। iPhone प्रेमी इस लॉन्च का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इसके पहले ही कीमतों और फीचर्स को लेकर कई लीक सामने आ चुके हैं। आइए, हम आपको iPhone 16 और iPhone 16 Pro की संभावित कीमतों और उनके फीचर्स के बारे में बताते हैं। iPhone 16 और iPhone 16 Pro की संभावित कीमतें Apple Hub के अनुसार, iPhone 16 सीरीज की कीमतें लॉन्च से पहले ही लीक हो चुकी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, Apple iPhone 16 की शुरुआती कीमत $799 (लगभग ₹67,100) हो सकती है, जबकि iPhone 16 Plus $899 (लगभग ₹75,500) में उपलब्ध हो सकता है। Pro मॉडल्स में, iPhone 16 Pro की कीमत $1,099 (लगभग ₹92,300) से शुरू हो सकती है और iPhone 16 Pro Max की शुरुआती कीमत $1,199 (लगभग ₹1,00,700) हो सकती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि ये कीमतें अमेरिकी बाजार के लिए हैं। भारतीय मार्केट में, टैक्स और इम्पोर्ट ड्यूटी की वजह से ये कीमतें थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं। भारत में iPhone 16 की कीमतें क्या हो सकती हैं? भारत में iPhones की कीमतें अक्सर अन्य देशों की तुलना में ज्यादा होती हैं। उदाहरण के लिए, iPhone 15 Pro की कीमत भारत में ₹1,34,900 थी, जबकि iPhone 15 Pro Max की कीमत ₹1,59,900 थी। iPhone 15 का 128GB मॉडल ₹79,900 में लॉन्च हुआ था और Plus मॉडल ₹89,900 में। iPhone 16 और iPhone 16 Plus के लिए भी ऐसी ही कीमतें देखने को मिल सकती हैं, हालांकि Pro मॉडल्स की कीमत में थोड़ा इजाफा हो सकता है क्योंकि इसमें कई नए फीचर्स और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी दी जा रही है। Pro मॉडल्स में बड़ी बैटरी, AI क्षमताएं, पतला डिजाइन और एक उन्नत कैमरा सिस्टम जैसी विशेषताएं शामिल हो सकती हैं, जिनकी वजह से कीमतें बढ़ सकती हैं। iPhone 16 के प्रमुख फीचर्स क्या हो सकते हैं? लीक्स के अनुसार, iPhone 16 सीरीज में कई नए और शानदार फीचर्स हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं: iPhone 16 की लॉन्च डेट और खरीद के ऑप्शंस Apple ने घोषणा की है कि iPhone 16 सीरीज को 9 सितंबर 2024 को लॉन्च किया जाएगा। लॉन्च के तुरंत बाद iPhone 16 और iPhone 16 Pro मॉडल्स की प्री-बुकिंग शुरू हो जाएगी। भारतीय ग्राहक Apple के ऑफिशियल स्टोर्स, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे Flipkart और Amazon, और विभिन्न रिटेल आउटलेट्स पर इन फोन्स को खरीद सकते हैं। क्या भारत में कीमतें और ज्यादा हो सकती हैं? भारत में iPhones की कीमतें आमतौर पर ज्यादा होती हैं, क्योंकि यहां इम्पोर्ट ड्यूटी और टैक्सेस का असर पड़ता है। इसलिए, अमेरिकी कीमतों के मुकाबले भारत में iPhone 16 और iPhone 16 Pro की कीमतें काफी ज्यादा हो सकती हैं। हालांकि, iPhone 16 के बेस मॉडल्स की कीमतें iPhone 15 के समान हो सकती हैं, लेकिन Pro मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, खासकर नए और एडवांस्ड फीचर्स के कारण। iPhone 16 और iPhone 16 Pro में कौन से बड़े अपग्रेड होंगे? Pro मॉडल्स में कुछ बड़े अपग्रेड्स की उम्मीद की जा रही है। इन अपग्रेड्स में नए कैमरा सेंसर, ज्यादा रैम और स्टोरेज ऑप्शंस, और बेहतर डिस्प्ले टेक्नोलॉजी शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, iPhone 16 Pro और Pro Max में AI क्षमताओं के साथ एक नया चिपसेट और बड़ी बैटरी भी हो सकती है, जिससे परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफ में सुधार होगा। निष्कर्ष Apple iPhone 16 सीरीज के लॉन्च के लिए फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, लॉन्च से पहले ही कीमतों और फीचर्स को लेकर कई लीक सामने आ चुके हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि iPhone 16 और iPhone 16 Pro मॉडल्स में कई नए और रोमांचक अपग्रेड्स होंगे। भारत में इनकी कीमतें थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं, लेकिन Apple के फैंस के लिए यह एक बड़ा आकर्षण होगा। आधिकारिक कीमतें और फीचर्स जानने के लिए, Apple के “It’s Glowtime” इवेंट का इंतजार करें। हम इस इवेंट की सभी अपडेट्स आपके साथ साझा करेंगे।
क्या आपका फोन आपकी बातें सुन रहा है? हां, और अब इसका सबूत भी मिल गया है!
क्या आपका फोन आपकी बातें सुन रहा है? हां, और अब इसका सबूत भी मिल गया है! आप अपने दोस्त के साथ एक कॉफी शॉप में बैठे हैं और हल्की-फुल्की बातचीत में जिक्र करते हैं कि आप एक नया घड़ी खरीदने के बारे में सोच रहे हैं। कुछ समय बाद जब आप अपना फोन चेक करते हैं, तो आपको अचानक घड़ियों के विज्ञापन दिखाई देने लगते हैं। अब आप सोचने लगते हैं कि क्या आपका फोन सच में आपकी बातचीत सुन रहा है? आपको ऑनलाइन रिसर्च करने पर पता चलता है कि सभी सोशल मीडिया कंपनियां इसे सिरे से नकारती हैं, लेकिन आपका शक बना रहता है, खासकर जब ऐसा बार-बार होता है। लेकिन अब एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ये आशंका गलत नहीं थी। एक मार्केटिंग एजेंसी, जो Meta, Microsoft, Google और Amazon जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम करती है, ने पुष्टि की है कि आपके फोन पर कुछ ऐप्स आपके माइक्रोफोन तक पहुंच रखते हैं और आपकी निजी बातचीत को सुनते हैं। आइए इस पूरी कहानी को 5 महत्वपूर्ण बिंदुओं में समझते हैं। 1. बड़ी टेक कंपनियां सुन सकती हैं आपकी बातें 404 मीडिया द्वारा प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, विज्ञापन एजेंसी Cox Media Group “Active Listening” नामक एक सॉफ्टवेयर का उपयोग करती है। यह सॉफ्टवेयर एआई तकनीक का उपयोग करके आपके फोन के आसपास होने वाली बातचीत को सुनता और विश्लेषित करता है। यह टेक्नोलॉजी वास्तविक समय में यूजर्स की बातचीत से डेटा एकत्र करती है, जिससे यह समझा जा सके कि यूजर क्या खरीदने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद यह सॉफ़्टवेयर विज्ञापनदाताओं को यूजर के इरादों के बारे में जानकारी देता है ताकि उन्हें उनके अनुसार टार्गेट किया जा सके। 2. डेटा कैसे एकत्र किया जाता है? Cox Media Group ने अपने निवेशकों के साथ साझा की गई एक रिपोर्ट में बताया कि यह सॉफ्टवेयर 470 से अधिक विभिन्न स्रोतों से डेटा एकत्र करता है। इसमें यूजर्स की आवाज़ के अलावा उनके ऑनलाइन व्यवहार का भी विश्लेषण किया जाता है। ये तकनीक यूजर्स की बातचीत और ऑनलाइन क्रियाओं का “डेटा ट्रेल” बनाती है, जिससे विज्ञापनदाता उपभोक्ताओं की रुचियों और इरादों का पता लगा सकते हैं। यह प्रक्रिया यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर कई सवाल खड़े करती है, क्योंकि ये डेटा ज्यादातर बिना उनकी स्पष्ट अनुमति के एकत्र किया जाता है। 3. रिपोर्ट ने कैसे उजागर किए इन तरीकों को? Active Listening तकनीक पहले भी विवादों में रही है। 404 मीडिया ने पिछले साल से इस तकनीक पर कई बार रिपोर्ट की है। दिसंबर में Cox Media Group ने एक पेपर जारी किया था, जिसमें उन्होंने समझाया कि कैसे “Active Listening” तकनीक से कंपनियां मार्केटिंग रणनीतियों को बेहतर बना सकती हैं। यह तकनीक यूजर्स की ज़रूरतों और रुचियों के आधार पर उन्हें टार्गेट करती है और विज्ञापन प्लेटफॉर्म्स जैसे YouTube, स्ट्रीमिंग सेवाओं और सर्च इंजनों पर विज्ञापन दिखाती है। इस रिपोर्ट ने दोबारा से यही बातें उजागर की हैं। 4. बड़ी टेक कंपनियों की प्रतिक्रिया रिपोर्ट के बाद, बड़ी टेक कंपनियों जैसे Meta और Amazon ने अपने बयान दिए। Meta ने कहा कि वे इस मामले की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यूजर्स का डेटा बिना अनुमति के तो नहीं लिया जा रहा है। वहीं, Amazon ने इस बात से इनकार किया कि उनका Cox Media Group से कोई संबंध है और चेतावनी दी कि अगर उनके पार्टनर डेटा प्राइवेसी मानकों का उल्लंघन करते पाए गए तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे। 5. ऐप्स की शर्तों में छुपी अनुमति Cox Media Group ने अपनी Active Listening तकनीक के इस्तेमाल का बचाव करते हुए कहा कि यूजर्स इस तकनीक को तब स्वीकृति देते हैं जब वे कोई ऐप डाउनलोड या अपडेट करते हैं। ऐप्स की शर्तों और नियमों में यह छुपी हुई होती है, जिसे ज्यादातर यूजर्स बिना पढ़े ही स्वीकार कर लेते हैं। इस तरह, यूजर्स जाने-अनजाने में इस ट्रैकिंग को अनुमति दे देते हैं। हालांकि, इस तरीके ने डेटा कलेक्शन में पारदर्शिता और नैतिकता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या करें यूजर्स? अगर आपको लगता है कि आपका फोन आपकी बात सुन रहा है, तो सबसे पहले आप उन ऐप्स की अनुमति को चेक करें जिन्हें आपने अपने फोन पर दिया है। आप अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को भी अपडेट कर सकते हैं और केवल उन्हीं ऐप्स को माइक्रोफोन एक्सेस दें जिनकी आपको सच में ज़रूरत है। साथ ही, ऐप्स की शर्तों और नियमों को ध्यान से पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि आप जान सकें कि आप किस चीज़ के लिए सहमति दे रहे हैं। इस कहानी से यह साफ हो गया है कि बड़ी टेक कंपनियां कैसे यूजर्स की बातचीत सुनने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही हैं और यह कितनी आसानी से आपकी जानकारी के बिना हो सकता है। इस तरह की टेक्नोलॉजी के बारे में जागरूक रहना और अपनी डिजिटल प्राइवेसी की सुरक्षा करना आज के समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है।
QD-OLED क्या है? जानिए ये हाइब्रिड TV तकनीक कैसे बदल रही है टीवी का भविष्य
QD-OLED क्या है? जानिए इस नई हाइब्रिड TV तकनीक के बारे में सब कुछ आजकल टीवी इंडस्ट्री में QD-OLED की काफी चर्चा है। यह एक नई हाइब्रिड टेक्नोलॉजी है जो QLED और OLED टीवी की बेस्ट क्वालिटी को मिलाकर बनाई गई है। लेकिन क्या यह वास्तव में आपकी टीवी देखने के अनुभव को बेहतर बना सकती है? इस आर्टिकल में हम QD-OLED टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, यह कैसे काम करती है, और क्यों यह आने वाले समय में OLED और QLED से बेहतर विकल्प हो सकती है। QD-OLED क्या है? QD-OLED का पूरा नाम Quantum Dot Light Emitting Diodes है। यह टेक्नोलॉजी OLED की परफेक्ट ब्लैक लेवल्स और QLED की ब्राइटनेस और कलर गमट को मिलाकर एक बेहतरीन पिक्चर क्वालिटी प्रदान करती है। इसकी खासियत यह है कि इसमें backlighting की आवश्यकता नहीं होती, जैसे कि QLED टीवी में होती है। इसके कारण QD-OLED टीवी में सेल्फ-एमिसिव पिक्सल्स होते हैं, जो कि गहरे काले रंग और बेहतर कॉन्ट्रास्ट देते हैं। QLED vs OLED vs QD-OLED: अंतर क्या है? QLED TV कैसे काम करता है? QLED टीवी में LED बैकलाइट, क्वांटम डॉट्स, LCD मैट्रिक्स, और कलर फिल्टर होते हैं। LED बैकलाइट टीवी की ब्राइटनेस का मुख्य स्रोत होता है, जबकि क्वांटम डॉट्स से कलर की क्वालिटी में सुधार होता है। लेकिन LCD मैट्रिक्स परफेक्ट ब्लैक लेवल्स नहीं दे पाती, जिससे गहरे सीन में परफेक्ट ब्लैक देखने को नहीं मिलता। OLED TV कैसे काम करता है? OLED टीवी में OLED पिक्सल्स होते हैं, जो खुद ही लाइट एमिट करते हैं। इसका मतलब यह है कि OLED टीवी में आपको परफेक्ट ब्लैक लेवल्स मिलते हैं, क्योंकि जब पिक्सल्स बंद होते हैं, तो कोई लाइट नहीं निकलती। हालांकि, OLED की ब्राइटनेस QLED जितनी नहीं होती, खासकर ब्राइट लाइट वाले कमरों में। QD-OLED का काम करने का तरीका QD-OLED में नीले OLED पिक्सल्स होते हैं, जिनके ऊपर क्वांटम डॉट्स की लेयर होती है। ये क्वांटम डॉट्स नीले पिक्सल्स को रेड और ग्रीन कलर में कन्वर्ट करते हैं, जिससे आपको एक सच्चे RGB डिस्प्ले का अनुभव मिलता है। यह तकनीक कलर फिल्टर की आवश्यकता को समाप्त करती है, जिससे ब्राइटनेस और कलर की क्वालिटी और भी बेहतर हो जाती है। QD-OLED के फायदे 1. ब्राइटनेस और कलर में सुधार QD-OLED टीवी में ब्राइटनेस और कलर गमट को बेहतर करने के लिए क्वांटम डॉट्स का इस्तेमाल होता है। इससे आपको HDR कंटेंट देखने में बेहतरीन अनुभव मिलता है। इसके अलावा, QD-OLED टीवी की ब्राइटनेस लेवल OLED टीवी से अधिक होती है, जिससे यह ब्राइट लाइट वाले कमरों में भी बेहतर प्रदर्शन करता है। 2. परफेक्ट ब्लैक लेवल्स QD-OLED टीवी में ओएलईडी पिक्सल्स के कारण आपको परफेक्ट ब्लैक लेवल्स देखने को मिलते हैं। यह पिक्सल्स को पूरी तरह बंद कर सकता है, जिससे गहरे सीन में परफेक्ट ब्लैक मिलता है। 3. ऊर्जा की बचत क्वांटम डॉट्स की इफिशिएंसी के कारण QD-OLED टीवी कम बिजली का उपयोग करता है। इससे आपको न केवल बेहतर पिक्चर क्वालिटी मिलती है, बल्कि यह एनर्जी-एफिशिएंट भी है। 4. पतला और हल्का डिज़ाइन QD-OLED टीवी में कम कंपोनेंट्स का उपयोग होता है, जिससे यह अन्य टीवी की तुलना में पतले और हल्के होते हैं। इसका मतलब है कि आप एक स्लिम और स्टाइलिश टीवी का आनंद ले सकते हैं। QD-OLED की कमियां QD-OLED टीवी बहुत सारे फायदों के साथ आते हैं, लेकिन इनकी कुछ कमियां भी हैं: QD-OLED टीवी कौन-कौन से ब्रांड बना रहे हैं? अभी के लिए, केवल कुछ ही ब्रांड QD-OLED टीवी बना रहे हैं। Samsung और Sony इस नई तकनीक के प्रमुख खिलाड़ी हैं। सैमसंग ने 2022 में अपने S95B मॉडल के साथ QD-OLED टीवी की शुरुआत की थी, और अब 2024 में S95D और S90D मॉडल्स लॉन्च कर चुका है। दूसरी तरफ, Sony ने अपने Bravia XR A95L QD-OLED टीवी को 2024 में रिलीज़ किया है। QD-OLED की कीमत QD-OLED टीवी की कीमतें अलग-अलग मॉडल्स के अनुसार भिन्न होती हैं। उदाहरण के लिए: क्या QD-OLED टीवी का भविष्य है? QD-OLED एक बेहतरीन तकनीक है, लेकिन यह टीवी टेक्नोलॉजी की अंतिम मंजिल नहीं है। आगे चलकर, QDEL (Quantum Dot Electroluminescence) जैसे और भी उन्नत टेक्नोलॉजीज आने वाली हैं, जो QD-OLED से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। इसके अलावा, MicroLED टीवी भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, जिनमें बेहतरीन ब्राइटनेस और ब्लैक लेवल्स होते हैं। निष्कर्ष: क्या आपको QD-OLED खरीदना चाहिए? अगर आप एक ऐसा टीवी चाहते हैं जो बेहतरीन ब्राइटनेस, परफेक्ट ब्लैक लेवल्स, और इनक्रेडिबल कलर गमट प्रदान करे, तो QD-OLED आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। हालांकि, इसकी कीमत अभी भी OLED और QLED से अधिक है, लेकिन भविष्य में यह सस्ता हो सकता है। अगर आप टीवी टेक्नोलॉजी में नवीनतम और सबसे बेहतरीन अनुभव चाहते हैं, तो QD-OLED निश्चित रूप से आपके लिए एक बेहतरीन निवेश साबित हो सकता है।
क्या Monitors का समय खत्म हो रहा है? जानिए क्यों Smart Glasses बन रहे हैं बेहतर विकल्प
Monitors को अलविदा कहने का समय आ गया है – क्यों स्मार्ट ग्लासेस हो सकते हैं बेहतर विकल्प? आज के समय में तकनीक इतनी तेज़ी से विकसित हो रही है कि रोज़मर्रा के डिवाइस जल्द ही पुराने हो सकते हैं। मैं एक टेक्नोलॉजी एंथुजियास्ट हूँ और मैंने लंबे समय से VR और AR जैसे लेटेस्ट इनोवेशन को अपनाया है। लेकिन एक चीज़ है जिससे मैं अब तक बच नहीं पाया—मॉनिटर्स। Monitor का उपयोग क्यों अब तक जारी है? मॉनिटर को लेकर मेरी नाराजगी शायद आपको चौंका सकती है, लेकिन मेरी शिकायतें वाजिब हैं। मॉनिटर्स bulky होते हैं, काफी जगह लेते हैं, और डेस्कटॉप पर कई मॉनिटर सेटअप करना मुश्किल हो सकता है। जहां तक लैपटॉप की बात है, छोटी स्क्रीन आपको कम जानकारी दिखाती है, और लंबे समय तक लैपटॉप का उपयोग ergonomically सही नहीं है। मॉनिटर के नुकसान मेरा आदर्श समाधान क्या है? मैं चाहता हूँ कि मेरी स्क्रीन हवा में तैरती रहें, जैसे Tony Stark की तकनीक। स्मार्ट ग्लासेस और VR हेडसेट्स जैसी डिवाइस अब तक इस दिशा में काफी प्रगति कर चुकी हैं, लेकिन क्या वे मॉनिटर को पूरी तरह रिप्लेस कर सकती हैं? स्मार्ट ग्लासेस और VR हेडसेट्स: भविष्य की झलक अब मैं उन डिवाइसेस की बात करूंगा जो मुझे मॉनिटर्स से छुटकारा पाने की दिशा में सबसे करीब ले आई हैं। Viture Pro Smart Glasses Viture Pro Smart Glasses मेरे लिए एक बेहतरीन अनुभव रहे हैं। ये स्मार्ट ग्लासेस आपके iPhone को कंप्यूटर की तरह इस्तेमाल करते हैं और आपको एक बड़ा वर्चुअल डिस्प्ले प्रदान करते हैं। मैंने इस सिस्टम को अपने iPhone के साथ जोड़कर इस्तेमाल किया, और यह एक ट्रैकपैड के रूप में भी काम करता है। Key Features: हालांकि Viture Pro अच्छा है, लेकिन यह मेरे मॉनिटर को पूरी तरह रिप्लेस करने में सक्षम नहीं है। say goodbye to monitors with smart glasses and vrsay goodbye to monitors with smart glasses and vr Xreal Air 2 Smart Glasses भी एक अन्य रोमांचक विकल्प हैं, खासकर जब आप इसे Beam Pro के साथ उपयोग करते हैं। Beam Pro एक छोटा सा डिवाइस है जो स्मार्ट ग्लासेस को पावरफुल बनाता है। Key Features: लेकिन इसमें ट्रैकपैड का सपोर्ट नहीं है, और नेविगेशन के लिए Beam Pro को उठाकर पॉइंटर की तरह इस्तेमाल करना होता है, जो थोड़ी असुविधाजनक हो सकती है। Apple Vision Pro Apple Vision Pro ने वाकई मुझे प्रभावित किया है। मैंने इसे Apple Store पर ट्राई किया और इसका लुक और पिंच यूजर इंटरफेस काफी इम्प्रेसिव था। आप कई विंडो खोल सकते हैं और उन्हें अपनी मर्ज़ी के अनुसार पोजिशन कर सकते हैं। Key Features: लेकिन इसका $3,500 का प्राइस टैग इसे थोड़ा अव्यावहारिक बनाता है। मैं इसके सस्ते वर्शन का इंतजार कर रहा हूँ, जो अगले साल लॉन्च हो सकता है। Meta Quest 3 Meta Quest 3 एक और किफायती विकल्प है और मॉनिटर के लिए एक अच्छा रिप्लेसमेंट हो सकता है। इसमें दो 2.2K पैनल्स दिए गए हैं, और यह Mixed Reality का भी सपोर्ट करता है। Key Features: हालांकि, यह अभी भी standalone mode में PC जितना पावरफुल नहीं है। मॉनिटर का भविष्य: क्या हम जल्द ही इन्हें छोड़ देंगे? हालांकि मैं कई डिवाइस के साथ काम कर सकता हूँ, मॉनिटर का इस्तेमाल अब भी जारी है। मॉनिटर पर काम करना अभी भी फास्ट है, खासकर जब बात इमेज या वीडियो एडिटिंग की हो। VR हेडसेट्स और स्मार्ट ग्लासेस एक शानदार विकल्प हैं, लेकिन अभी उनमें कुछ कमियां हैं: निष्कर्ष: क्या मॉनिटर से छुटकारा पाना संभव है? स्मार्ट ग्लासेस और VR हेडसेट्स की तकनीक 2024 में पहले से कहीं ज्यादा करीब आ चुकी है। हम ऐसे समय में पहुँच रहे हैं जब मॉनिटर को रिप्लेस करना एक विकल्प बन सकता है। लेकिन अभी के लिए, मॉनिटर की जगह पूरी तरह से लेने के लिए स्मार्ट ग्लासेस और VR हेडसेट्स को थोड़ा और इम्प्रूवमेंट की ज़रूरत है। मुझे यकीन है कि आने वाले वर्षों में AR और VR टेक्नोलॉजी इतनी पावरफुल और सुलभ हो जाएगी कि हम मॉनिटर और यहां तक कि कंप्यूटर को भी एक ऑप्शन की तरह देखेंगे, ज़रूरत की तरह नहीं।
Asus ZenBook S 14 (2024) vs Vivobook S 14: Intel Lunar Lake-powered Laptops का Comparison
Asus ZenBook S 14 (2024) vs Vivobook S 14: क्या यह नए Intel Lunar Lake लैपटॉप्स बेस्ट हैं? Asus ने हाल ही में Intel Lunar Lake चिपसेट के साथ अपने नए लैपटॉप्स की घोषणा की है। इन लैपटॉप्स में दो प्रमुख मॉडल्स हैं—ZenBook S 14 (2024) और Vivobook S 14 (2024)। दोनों ही लैपटॉप्स में बेहतरीन डिज़ाइन और पावरफुल परफॉर्मेंस दी गई है। तो चलिए जानते हैं इन दोनों लैपटॉप्स के फीचर्स, कीमत और कौन सा लैपटॉप आपके लिए सही रहेगा। Asus ZenBook S 14 (2024): Ultra-thin डिज़ाइन और पावरफुल परफॉर्मेंस Asus ZenBook S 14 को खासतौर पर उन यूज़र्स के लिए डिजाइन किया गया है जो पोर्टेबिलिटी और पावरफुल परफॉर्मेंस दोनों चाहते हैं। यह ZenBook सीरीज का अब तक का सबसे पतला 14-इंच लैपटॉप है, जिसकी मोटाई सिर्फ 1.1 सेंटीमीटर है और वजन 1.2 किलोग्राम है। डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी ZenBook S 14 में एक खास Ceraluminum (Ceramic + Aluminum) से बना बाहरी कवर दिया गया है, जो इसे खास लुक और मजबूत बनाता है। यह दो कलर ऑप्शंस में उपलब्ध है—Scandinavian White और Zumaia Grey। इसका डिज़ाइन सैंडस्टोन जैसा फील देता है, लेकिन साथ ही एलुमिनियम की मजबूती भी प्रदान करता है। बेहतर कूलिंग सिस्टम ZenBook S 14 में एक अनूठा geometric grille design दिया गया है, जिसमें 2,715 CNC-machined cooling vents हैं। Asus के अनुसार, यह डिज़ाइन एयर फ्लो को 50% तक बेहतर बनाता है, जिससे लैपटॉप की हीट को आसानी से डिसिपेट किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें dual-fan solution और ultra-slim vapor chamber भी शामिल है, जिससे हीटिंग की समस्या कम होती है। डिस्प्ले और परफॉर्मेंस ZenBook S 14 में 14-इंच का 2.8K 120Hz OLED पैनल दिया गया है, जो HDR सपोर्ट के साथ आता है और 500 निट्स की ब्राइटनेस प्रदान करता है। यह पैनल टच-इनेबल्ड है और 100% DCI-P3 कलर गामट और Pantone validation के साथ आता है, जिससे रंगों की सटीकता और ब्राइटनेस बेहतरीन होती है। प्रोसेसर और स्टोरेज ZenBook S 14 में लेटेस्ट Intel Core Ultra Series 2 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। इसमें सबसे पावरफुल Core Ultra 9 288V प्रोसेसर तक का विकल्प मिलता है। इसके साथ ही, यह लैपटॉप 16GB या 32GB LPDDR5x-8533MHz मेमोरी और 1TB M.2 NVMe PCIe Gen 4.0 SSD स्टोरेज के साथ आता है। कनेक्टिविटी और बैटरी ZenBook S 14 में दो Thunderbolt 4 USB Type-C, एक HDMI 2.1 पोर्ट, एक USB Type-A Gen 3.2, और एक 3.5mm audio jack दिया गया है। वायरलेस कनेक्टिविटी के लिए इसमें Wi-Fi 7 और Bluetooth 5.4 का सपोर्ट दिया गया है। इसकी 72-watt-hour बैटरी वीडियो प्लेबैक के दौरान 27 घंटे तक चल सकती है। कीमत और उपलब्धता ZenBook S 14 की शुरुआती कीमत $1,400 है, और इसकी प्री-ऑर्डर 6 सितंबर से शुरू हो चुकी है। Honor Magic V3, MagicPad 2, और MagicBook Art 14 की Global Launch Asus Vivobook S 14 (2024): बजट में बेहतरीन फीचर्स अगर आपका बजट थोड़ा कम है, लेकिन फिर भी आप एक बेहतरीन लैपटॉप चाहते हैं, तो Asus Vivobook S 14 एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह लैपटॉप ZenBook S 14 के मुकाबले थोड़ा मोटा और भारी है, लेकिन फिर भी यह बहुत ही स्लिम और स्टाइलिश डिज़ाइन में आता है। डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी Vivobook S 14 का वजन 1.3 किलोग्राम और मोटाई 1.39 सेंटीमीटर है। यह लैपटॉप थोड़ा भारी हो सकता है, लेकिन फिर भी यह पोर्टेबल है और इसके डिज़ाइन में कोई समझौता नहीं किया गया है। इसमें भी Wi-Fi 7 और Bluetooth 5.4 जैसी मॉडर्न कनेक्टिविटी के विकल्प दिए गए हैं। डिस्प्ले और परफॉर्मेंस Vivobook S 14 में 14-इंच की OLED डिस्प्ले दी गई है, जिसकी रेजोल्यूशन 1920×1200 है और रिफ्रेश रेट 60Hz है। इसका कलर गामट 100% DCI-P3 है, जो इसे ब्राइट और कलरफुल बनाता है। इसमें Intel Core Ultra 7 258V प्रोसेसर और Intel Arc 140V GPU का विकल्प मिलता है। इसके अलावा, यह लैपटॉप 32GB LPDDR5x RAM और 1TB PCIe 4.0 NVMe SSD के साथ आता है, जो इसे काफी पावरफुल बनाता है। बैटरी और कनेक्टिविटी Vivobook S 14 में 75-watt-hour की बैटरी दी गई है, जो ZenBook S 14 से बड़ी है और इससे ज्यादा बैटरी लाइफ दे सकती है। इसके साथ ही, यह दो Thunderbolt 4 पोर्ट्स, USB Type-A पोर्ट, और HDMI पोर्ट के साथ आता है। Convertible Models Vivobook S 14 में 14-इंच और 16-इंच के 360-degree convertible models भी उपलब्ध हैं, जो टेंट, स्टैंड, और टैबलेट मोड्स में इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इनमें टच स्क्रीन और इंकिंग सपोर्ट भी दिया गया है। कीमत और उपलब्धता Vivobook S 14 की शुरुआती कीमत $1,000 है, और यह ZenBook के मुकाबले थोड़ा सस्ता विकल्प है। ZenBook S 14 और Vivobook S 14: कौन सा बेहतर है? दोनों ही लैपटॉप्स बेहतरीन फीचर्स के साथ आते हैं, लेकिन आपके उपयोग के आधार पर आपको इनमें से एक चुनना होगा। अगर आप अल्ट्रा-थिन डिज़ाइन और पावरफुल परफॉर्मेंस चाहते हैं, तो Asus ZenBook S 14 आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। यह उन यूज़र्स के लिए है जो बिना किसी समझौते के हाई-परफॉर्मेंस चाहते हैं। वहीं, अगर आपका बजट कम है और आप एक बैलेंस्ड परफॉर्मेंस चाहते हैं, तो Asus Vivobook S 14 भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह थोड़ा मोटा और भारी हो सकता है, लेकिन इसमें दिए गए फीचर्स और परफॉर्मेंस इसे शानदार बनाते हैं। निष्कर्ष: कौन सा लैपटॉप खरीदें? अगर आपको अल्ट्रा-स्लिम डिज़ाइन और लेटेस्ट Intel चिपसेट चाहिए, तो Asus ZenBook S 14 आपके लिए सही रहेगा। इसकी कूलिंग टेक्नोलॉजी और OLED डिस्प्ले इसे बेहतरीन बनाते हैं। वहीं, अगर आप बजट में एक पावरफुल और फीचर-पैक्ड लैपटॉप चाहते हैं, तो Vivobook S 14 आपके लिए परफेक्ट ऑप्शन है। आपके काम की जरूरतों और बजट के आधार पर, आप इन दोनों में से सही लैपटॉप चुन सकते हैं। चाहे आप प्रीमियम डिज़ाइन के साथ बेहतरीन परफॉर्मेंस चाहते हों या फिर कम बजट में एक पावरफुल डिवाइस, Asus के ये दोनों मॉडल आपके लिए शानदार विकल्प हैं।
Best Android Phones 2024: कौन सा फोन आपके लिए सबसे बेहतर है?
2024 के Best Android Phones: कौन सा चुनें और क्यों? Android Phones की सबसे खास बात यह है कि आपके पास ढेरों विकल्प होते हैं। लेकिन इतने सारे विकल्पों के बीच सही फोन चुनना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसलिए हम आपके लिए लाए हैं 2024 के कुछ बेहतरीन Android फोन की एक लिस्ट, जिससे आप आसानी से सही फोन चुन सकें। यह लिस्ट उन लोगों के लिए है जो अलग-अलग बजट और जरूरतों के अनुसार सबसे अच्छे Android Phone की तलाश कर रहे हैं। चाहे आप एक बजट स्मार्टफोन ढूंढ रहे हों, मिड-रेंज डिवाइस, या फिर गेमिंग के लिए पावरफुल फोन—यह गाइड आपको हर श्रेणी में बेहतरीन विकल्प देगा। 1. Best Android Phone Overall: Samsung Galaxy S24 Samsung Galaxy S24 इस साल के सबसे बेहतरीन Android फोन में से एक है। इसकी कॉम्पैक्ट डिजाइन, पावरफुल प्रोसेसर, और शानदार कैमरा इसे एक परफेक्ट फोन बनाते हैं। Pros: Cons: Samsung Galaxy S24 में 6.2-इंच AMOLED डिस्प्ले है, जो शार्प और कलरफुल है। यह फोन Qualcomm Snapdragon 8 Gen 3 चिपसेट के साथ आता है, जो गजब की परफॉर्मेंस देता है। हालांकि इसका कैमरा Galaxy S24 Ultra जितना पावरफुल नहीं है, फिर भी यह अपने प्राइस रेंज में बेहतरीन काम करता है। 2. Best Budget Android Phone: Motorola Moto G Play (2024) अगर आप कम बजट में बेहतरीन परफॉर्मेंस चाहते हैं, तो Moto G Play (2024) एक बेहतरीन विकल्प है। यह फोन अपने कम कीमत के बावजूद शानदार फीचर्स देता है। Pros: Cons: इस फोन में 6.5-इंच डिस्प्ले और Qualcomm Snapdragon 640 चिपसेट है। इसका बैटरी बैकअप भी लाजवाब है, जो 46 घंटे तक चल सकता है। 15W फास्ट चार्जिंग के साथ, इसे चार्ज करने में भी ज्यादा समय नहीं लगता। 3. Best Mid-Range Android Phone: Google Pixel 8a अगर आप मिड-रेंज में एक अच्छे फोन की तलाश कर रहे हैं, तो Google Pixel 8a आपके लिए परफेक्ट चॉइस हो सकता है। इसकी कैमरा क्वालिटी और Google का सॉफ़्टवेयर सपोर्ट इसे खास बनाते हैं। Pros: Cons: Pixel 8a में 6.1-इंच की OLED स्क्रीन है जो 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आती है। इसका 64MP का प्राइमरी कैमरा और 13MP का अल्ट्रा-वाइड कैमरा शानदार तस्वीरें खींचने में सक्षम है। साथ ही, इसका 13MP सेल्फी कैमरा भी काफी अच्छा है। इसके अलावा, 4,492mAh बैटरी इसे पूरे दिन चलाती है। 4. Best Premium Android Phone: Samsung Galaxy S24 Ultra अगर आप प्रीमियम फीचर्स के साथ एक पावरफुल फोन ढूंढ रहे हैं, तो Samsung Galaxy S24 Ultra आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। इसका 200MP का कैमरा और बेहतरीन प्रोसेसर इसे एक बेहतरीन स्मार्टफोन बनाते हैं। Pros: Cons: Samsung Galaxy S24 Ultra में 6.8-इंच का Dynamic AMOLED 2X डिस्प्ले है, जो 2600 nits की ब्राइटनेस और 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है। इसकी Snapdragon 8 Gen 3 चिपसेट और 512GB तक की स्टोरेज इसे एक परफेक्ट फ्लैगशिप फोन बनाते हैं। इसका कैमरा सेटअप खासतौर पर फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए बेहतरीन है। 5. Best Android Phone for Gaming: Nubia Redmagic 9S Pro अगर आप गेमिंग के लिए सबसे अच्छे Android फोन की तलाश में हैं, तो Nubia Redmagic 9S Pro से बेहतर कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसका ओवरक्लॉक्ड प्रोसेसर और कूलिंग सिस्टम इसे एक परफेक्ट गेमिंग डिवाइस बनाते हैं। Pros: Cons: Nubia Redmagic 9S Pro में 6.8-इंच का AMOLED डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट और शानदार कलर क्वालिटी के साथ आता है। इसमें 16GB तक की RAM और 512GB की स्टोरेज दी गई है, जिससे आप बिना किसी रुकावट के गेम खेल सकते हैं। 6. Best Android Camera Phone: Google Pixel 9 Pro अगर आपको फोटोग्राफी का शौक है और आप सबसे अच्छे कैमरा फोन की तलाश में हैं, तो Google Pixel 9 Pro आपके लिए बेस्ट चॉइस है। इसके AI बेस्ड कैमरा फीचर्स और शानदार इमेज प्रोसेसिंग इसे खास बनाते हैं। Pros: Cons: Google Pixel 9 Pro में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 48MP का अल्ट्रा-वाइड और टेलीफोटो कैमरा है, जो आपको बेहतरीन तस्वीरें खींचने की क्षमता देता है। इसका Night Sight फीचर और OIS इसे लो-लाइट फोटोग्राफी के लिए बेस्ट बनाते हैं। 7. Best Android Phone for Battery Life: ASUS ROG Phone 8 Pro अगर आप बैटरी लाइफ को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं, तो ASUS ROG Phone 8 Pro आपके लिए परफेक्ट है। इसका डुअल-बैटरी सिस्टम और सुपरफास्ट चार्जिंग इसे खास बनाते हैं। Pros: Cons: ASUS ROG Phone 8 Pro में 5,500mAh की डुअल बैटरी है, जो 65W फास्ट चार्जिंग के साथ आती है। इसके अलावा, इसका Snapdragon 8 Gen 3 प्रोसेसर और 512GB स्टोरेज इसे परफेक्ट बनाते हैं। निष्कर्ष: कौन सा Android फोन चुनें? सभी Android फोन अपने-अपने कैटेगरी में बेस्ट हैं। अगर आप प्रीमियम एक्सपीरियंस चाहते हैं तो Samsung Galaxy S24 Ultra सबसे बेहतर है। वहीं, अगर आप गेमिंग या फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो Nubia Redmagic 9S Pro और Google Pixel 9 Pro बेस्ट चॉइस हैं। बजट में एक शानदार फोन ढूंढ रहे हैं, तो Moto G Play (2024) आपके लिए परफेक्ट रहेगा। आपकी प्राथमिकताओं के अनुसार, इस लिस्ट में से सही फोन चुनें और 2024 में Android का बेहतरीन अनुभव पाएं।
Apple Watch Series 10: जानिए इस नई हेल्थ फीचर के बारे में जो बदल सकता है आपकी सेहत की निगरानी!
Apple Watch Series 10 में नया हेल्थ फीचर: जानिए क्या है Sleep Apnea Detection और कैसे करेगा काम Apple का iPhone 16 लॉन्च इवेंट सोमवार को होने वाला है, और इस इवेंट में सभी की नजरें सिर्फ नए iPhone पर ही नहीं, बल्कि Apple Watch Series 10 और Apple Watch Ultra 3 पर भी होंगी। हाल ही में आई एक रिपोर्ट से पता चला है कि इन नई वॉचेस में एक बहुत बड़ा हेल्थ फीचर जुड़ सकता है – Sleep Apnea Detection। क्या है Sleep Apnea? Sleep Apnea एक ऐसी स्थिति है जिसमें सोते समय व्यक्ति की सांसें बार-बार रुकती और शुरू होती हैं। यह समस्या सेहत पर बुरा असर डाल सकती है, क्योंकि इससे नींद की गुणवत्ता खराब हो जाती है और व्यक्ति को थकान, सिरदर्द और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। समस्या यह है कि ज्यादातर लोग इस डिसऑर्डर के बारे में खुद पता नहीं लगा पाते हैं। अगर Apple Watch Series 10 और Apple Watch Ultra 3 में यह फीचर आ जाता है, तो इससे हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स को यह समस्या जल्दी पहचानने में मदद मिलेगी और सही इलाज शुरू करने का मौका मिलेगा। कैसे काम करेगा Sleep Apnea Detection? इस फीचर की मदद से Apple Watch आपकी नींद के दौरान आपकी सांसों पर नज़र रखेगी। अगर कोई असामान्यता पाई जाती है, जैसे कि सांसों के रुकने और फिर से शुरू होने के संकेत, तो यह जानकारी आपको और आपके डॉक्टर को देगी। Apple ने पहले भी कई हेल्थ फीचर्स पेश किए हैं जैसे कि Irregular Heart Rate Detection और Blood Oxygen Monitoring। अब अगर ये नया फीचर जुड़ता है, तो Apple Watch आपके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए और भी उपयोगी हो जाएगी। क्या यह फीचर लॉन्च पर उपलब्ध होगा? हालांकि रिपोर्ट्स में यह फीचर Apple Watch Series 10 और Ultra 3 के लिए चर्चा में है, लेकिन हो सकता है कि यह फीचर लॉन्च के वक्त पूरी तरह से तैयार न हो। Bloomberg के Mark Gurman की रिपोर्ट के अनुसार, यह फीचर पहले टेस्टिंग के फेज़ में जा सकता है और बाद में सॉफ़्टवेयर अपडेट के साथ रोल आउट किया जा सकता है। Apple Watch के अन्य संभावित हेल्थ फीचर्स Apple लगातार अपनी वॉचेस में हेल्थ से जुड़े नए-नए फीचर्स जोड़ने पर काम कर रही है। कुछ अफवाहों के अनुसार, Apple भविष्य में अपनी वॉच में Blood Glucose Monitoring और High Blood Pressure Detection जैसी सुविधाएँ भी जोड़ सकती है। हालाँकि, यह फीचर्स अभी कुछ समय तक उपलब्ध नहीं होंगे, लेकिन Sleep Apnea Detection जैसा फीचर पहले आ सकता है। Apple Watch Series 10 के अन्य फीचर्स Apple Watch Series 10 सिर्फ हेल्थ फीचर्स तक सीमित नहीं रहेगी। इस बार डिज़ाइन में भी बदलाव की उम्मीद की जा रही है। माना जा रहा है कि यह वॉच बड़ी स्क्रीन, नए मटेरियल्स और बेहतर डिज़ाइन के साथ आ सकती है। इसके अलावा, Apple Watch Series 10 में और भी कई सुधार हो सकते हैं जो इसे Apple की अब तक की सबसे बेहतर वॉच बना सकते हैं। Apple Watch Ultra 3 में क्या खास होगा? Apple Watch Ultra 3 भी इस लॉन्च इवेंट का हिस्सा हो सकती है। यह वॉच प्रीमियम और एडवांस फीचर्स के साथ आ सकती है, जो इसे उच्च-स्तरीय हेल्थ और फिटनेस ट्रैकिंग के लिए आदर्श बनाती है। इसमें भी Sleep Apnea Detection और अन्य हेल्थ सेंसर की उम्मीद की जा रही है। क्यों है यह फीचर इतना महत्वपूर्ण? Sleep Apnea एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिससे हार्ट डिसीज़, हाई ब्लड प्रेशर, और टाइप 2 डायबिटीज़ जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। समय रहते इसकी पहचान और इलाज से सेहत में बड़ा सुधार हो सकता है। अगर Apple इस फीचर को वॉच में सफलतापूर्वक जोड़ लेती है, तो यह एक बड़ा कदम होगा जो लोगों की नींद और स्वास्थ्य की बेहतर निगरानी में मदद करेगा। Apple की हेल्थ केयर में भूमिका Apple ने अपने डिवाइसेस के माध्यम से हेल्थकेयर में बड़ी भूमिका निभानी शुरू कर दी है। पहले से ही Apple Watch में ECG Monitoring, Blood Oxygen Levels और Fall Detection जैसे फीचर्स हैं, जो किसी इमरजेंसी के वक्त मददगार साबित होते हैं। अब अगर Sleep Apnea Detection फीचर आ जाता है, तो यह लोगों की नींद से जुड़ी समस्याओं को पहचानने में और ज्यादा सहायक होगा। कब और कहाँ देख सकते हैं iPhone 16 लॉन्च इवेंट? Apple का “It’s Glowtime” इवेंट सोमवार को सुबह 10 बजे (PT) पर शुरू होगा। आप इसे Apple की वेबसाइट, Apple TV, YouTube और X (पूर्व में Twitter) पर लाइव देख सकते हैं। इस इवेंट में iPhone 16 Series, Apple Watch Series 10, और Apple Watch Ultra 3 के साथ-साथ नए AirPods और अन्य प्रोडक्ट्स की घोषणा भी हो सकती है। निष्कर्ष: क्या Apple Watch Series 10 में Health के लिए Game Changer होगा Sleep Apnea Detection? अगर Apple Watch Series 10 में Sleep Apnea Detection फीचर आ जाता है, तो यह हेल्थकेयर में एक बड़ी क्रांति साबित हो सकता है। यह फीचर न सिर्फ लोगों को अपनी नींद की गुणवत्ता को समझने में मदद करेगा, बल्कि डॉक्टरों को जल्दी और सटीक निदान करने में भी सहायक होगा। Apple की यह नई वॉच, हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी में एक नया अध्याय शुरू कर सकती है, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। इसलिए, अगर आप अपनी सेहत को लेकर सचेत हैं, तो यह वॉच आपके लिए एक महत्वपूर्ण निवेश साबित हो सकती है।